Sunday, June 05, 2016

ये साली ज़िंदगी...

ज़िंदगी पे तेरा मेरा किसी का ना ज़ोर है
हम सोचते है कुछ, वो साली सोचती कुछ और है
ये ज़िंदगी, ये साली ज़िंदगी
हम चाहते यहाँ है साली जाती कहीं ओर है
लम्हे और लम्हों के बीच टेढ़े मेढे मोड़ है
ये ज़िंदगी, ये साली ज़िंदगी...



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